तेरे डमरू की धुन सुनकर

तेरे डमरू की धुन सुनकर

(Verse 1) तेरे डमरू की धुन सुनकर, मैं काशी नगरी आई हूं दिल में तेरी भक्ति लिए, तेरे दर पर आई हूं

गंगा की लहरों में बहती, तेरी रचनाओं को देखती हिमालय की चोटियों पर, तेरा ही नाम लेती

(Chorus) महादेव, महादेव, तेरा ही नाम जपती तेरे डमरू की धुन सुनकर, मैं नाचती, मैं गाती

(Verse 2) त्रिनेत्रधारी, जगदीश्वर, तेरी ही मैं हूं दासी तेरे चरणों में गिरकर, मैं मांगूं तेरी ही आशी

दुखों से मुक्ति दिलाकर, मुझे सुख का घर दिखा तेरे डमरू की धुन सुनकर, मैं बन जाऊं तेरी

(Chorus) महादेव, महादेव, तेरा ही नाम जपती तेरे डमरू की धुन सुनकर, मैं नाचती, मैं गाती

(Bridge) तू कैलाश पति, तू त्रिनेत्रधारी तू शंकर, तू भवानी भव

तेरे डमरू की ताल पर, मैं नाचूं मैं गाऊं तेरे चरणों में गिरकर, मैं अपना जीवन सौंपूं

(Chorus) महादेव, महादेव, तेरा ही नाम जपती तेरे डमरू की धुन सुनकर, मैं नाचती, मैं गाती

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