दीवानी मैं दीवानी तेरे नाम की
तर्ज – दीवानें है दीवानो को घर चाहिए।
दीवानी मैं दीवानी तेरे नाम की रे भोला मैं तो दीवानी तेरे नाम की।।
तेरी जटा का नूर मैं तो देखूं घुर- घुर ।
तेरी गंगा को रखना संभाल के रे भोला में तो दीवानी तेरे नाम की।।
तेरे कुंडल का नूर में तो देखूं घूर -घूर।
तेरे बिछछु को रखना संभाल के रे भोला मैं तो दीवानी तेरे नाम की।।
तेरे हरवे का नूर मैं तो देखूं घूर -घूर ।
तेरे सर्पों को रखना संभाल के रे भोला मैं तो दीवानी तेरे नाम की ।।
तेरे त्रिशूल का नूर मैं तो देखूं घूर -घूर।
तेरे डमरू को रखना संभाल के रे भोला मैं तो दीवानी तेरे नाम की।।
तेरे खड़ाऊं का नूर मैं तो देखूं घुर-घूर।
तेरे छालो को रखना संभाल के रे भोला मैं तो दीवानी तेरे नाम की।।